*दबंग के दबंगई से दलित आहत*


 *लगभग 1 माह बीत जाने के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही*


*पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार*


*पीड़ित को ही अपराधी की तरह बुलाया जा रहा थाना*


 जमुना कोतमा अनूपपुर जिले के कोतमा में एक दलित के साथ यह वाकया देखने को मिला। जहा  कोतमा निवासी  शिवा बसोर पिता स्वर्गीय मोतीलाल बसोर उम्र 31 वर्ष वार्ड क्रमांक 7 बनिया टोला कोतमा के साथ घटित हुआ दिनांक 15 सितंबर23 के दिन दोपहर 2:30 बजे शिवा बसोर अपने मोहल्ले के साथी महावीर केवट पिता स्वर्गीय लालवा केवट जो कि बीमार था। का इलाज करवाने के लिए इस्लामगंज कोतमा के डॉक्टर बंगाली के पास साइकिल में सवार होकर ले जा रहा था। रेलवे अंडर ब्रिज को पार किया ही था कि इस्लामगंज की ओर से तेज गति से काले रंग की महिंद्रा थार गाड़ी इन दोनों साइकिल सवार को जोर से टक्कर मार देती है। जिससे दोनों व्यक्ति साइकिल सहित दूर जा कर गिरते हैं। मानवता को तार तार करने वाला वाकया तो तब घटता है जब चार पहिया वाहन महिंद्रा थार में बैठे व्यक्ति द्वारा उन दोनों की जान की परवाह न करते हुए अभद्रता के साथ धमकाने लगता है। और कहता है -तुम्हारे साइकिल ने मेरे गाड़ी को छू लिया है ,मुझे गाड़ी धुलवानी पड़ेगी और जाति सूचक शब्दों से अपमानित करता है। कहां-कहां से नीच चले आते हैं इत्यादि कहकर वह भाग जाता है। गाड़ी में सवार चालक 'प्रकाश तिवारी 'निवासी -जमुना कालरी है। एवं उसकी काले रंग की फोर व्हीलर वाहन महिंद्रा थार जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर KA05 NG- 3202 है। आहत शिवा बसोर के दाऐं हाथ में चोट एवं महावीर के बाएं हाथ के गदेली में चोट आई थी। जिसकी फरियाद लेकर  कोतमा थाने पहुंचते है उपरोक्त प्रकरण का थाने में रिपोर्ट दर्ज किया गया एवं जिला चिकित्सालय में मेडिकल कराया गया तथा मेडिकल रिपोर्ट भी  पंजीबद्ध किया जाता है। इसके बावजूद कई दिनों तक अपराधी के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं होती है। हताश होकर पीड़ित पुलिस अधीक्षक अनूपपुर के पास भी अपनी फरियाद लेकर जाता है एवं माननीय पुलिस अधीक्षक अनूपपुर द्वारा अपराधी के विरुद्ध कार्यवाही करने का आश्वासन दिया जाता है। किंतु आज दिनांक तक अपराधी के ऊपर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई, ऐसी घटनाओं की कोई सुध लेने वाला नहीं है। क्योंकि फरियादी  दलित है ,गरीब है लाचार है और दबंग की दबंगई बढती जा रही है। ऐसे दबंगो को पुलिस प्रशासन का जरा सा भी भय नहीं है ।अगर फरियादी को न्याय नहीं मिलता एवं अपराधी के विरुद्ध किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं होती तो फरियादी का कथन है कि वह अपने पूरे परिवार के साथ पुलिस थाना कोतमा में धरना देने के लिए विवश होगा इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। पीड़ित शिव बसर ने बताया कि उसे प्रकरण की जांच कर रहे पांडे जी पुलिस द्वारा कई दिनों से थाने में बुलाकर पेशी करवाई जा रही है और कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है जिससे जांच करता अधिकारी पांडे जी की मानसिकता समझ में नहीं आ रही है कि वह क्यों कार्यवाही नहीं कर रहे हैं और पीड़ित को ही अपराधी की तरह प्रतिदिन थाने में बुलाया जा रहा है जो गहन जांच का विषय और पीड़ित गवाही को लेकर कई दिनों तक थाने गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई है जिससे जांच करता पुलिस अधिकारी की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है

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